हिन्दी साहित्य की गद्य विधाएँ : हिन्दी के प्रमुख उपन्यासकार एवं उनकी
कृतियां (भाग-2)
Hindi prose genres: prominent novelist of Hindi and
his works (PART-2)
उपन्यास पर विस्तृत अध्ययन पूर्व भाग में किया जा चुका। अतः यहां प्रमुख
उपन्यासकारों व उनकी कृतियों का ही उल्लेख किया गया है। पूर्व भाग पढ़ने के लिये
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उपन्यास भाग-1
उपन्यासकार | कृतियां |
श्रीनिवासदास | परीक्षा गुरु ( 1882 ई . ) - हिन्दी का प्रथम उपन्यास |
श्रद्धाराम फुल्लौरी | भाग्यवती ( 1877 ई . ) |
बालकृष्ण भट्ट | रहस्य कथा ( 1879 ई . ) , नूतन ब्रह्मचारी ( 1886 ई . ) , एक अजान सौ सुजान ( 1892 ई . ) |
ठाकुर जगमोहन सिंह | श्यामा स्वप्न ( 1888 ई . ) |
लज्जाराम मेहता | धूर्त रसिकलाल ( 1899 ई . ) , स्वतन्त्र रमा और परतन्त्र लक्ष्मी ( 1899 ई . ) , बिगड़े का सुधार ( 1977 ई . ) , आदर्श हिन्दू ( 1907 ई . ) |
राधाकृष्णदास | निस्सहाय हिन्दू ( 1890 ई . ) |
बाबू देवकीनन्दन खत्री चन्द्रकान्ता ( 1891 ई . ) | चन्द्रकान्ता ( 1891 ई . ) , चन्द्रकान्ता संतति , काजर की कोठरी , भूतनाथ , कुसुम कुमारी , नरेन्द्र मोहिनी , वीरेन्द्र वीर । |
गोपालराम गहमरी | सरकटी लाश ( 1900 ई . ) , जासूस की भूल ( 1901 ई . ) , जासूस पर जासूसी ( 1904 ई . ) , गुप्त भेद ( 1913 ई . ) , जासूस की ऐयारी ( 1914 ई . ) |
किशोरीलाल गोस्वामी | जिन्दे की लाश , तिलस्मी शीशमहल , लीलावती , याकूती तख्ती , प्रणयिनी परिणय , मस्तानी , सुखशर्वरी , प्रेममयी , लवंगलता , कुसुम कुमारी |
अयोध्यासिंह उपाध्याय ' हरिऔध ' | ठेठ हिन्दी का ठाठ ( 1899 ई . ) , अधखिला फूल ( 1907 ई . ) |
लज्जाराम शर्मा | आदर्श दम्पति , आदर्श हिन्दू , बिगड़े का सुधार |
राधिकारमण प्रसाद सिंह | प्रेम लहरी |
प्रेमचन्द | सेवासदन ( 1918 ई . ) , प्रेमाश्रम ( 1922 ई . ) , रंगभूमि ( 1925 ई . ) , कायाकल्प ( 1926 ई . ) , निर्मला ( 1927 ई . ) , गबन ( 1931 ई . ) , कर्मभूमि ( 1933 ई . ) , गोदान ( 1935 ई . ) , मंगलसूत्र ( अपूर्ण ) |
विश्वम्भरनाथ शर्मा ' कौशिक ' | मां , भिखारिणी |
जयशंकर प्रसाद | कंकाल ( 1929 ई . ) , तितली ( 1934 ई . ) , इरावती ( अपूर्ण ) |
पाण्डेय बेचन शर्मा ' उग्र ' | चन्द हसीनों के खतूत ( 1927 ई . ) , दिल्ली का दलाल ( 1927 ई . ) , बुधुआ की बेटी ( 1928 ई . ) . शराबी ( 1930 ई . ) , सरकार तुम्हारी आंखों में ( 1936 ई . ) , जीजाजी ( 1944 ई . ) , फागुन के दिन ( 1955 ई . ) |
ऋषभचरण जैन | दिल्ली का व्यभिचार , दुराचार के अड्डे , वेश्यापुत्र , चम्पाकली , मास्टर साहब , मयखाना , चांदनी रात |
आचार्य चतुरसेन शास्त्री | वैशाली की नगर वधू , वयं रक्षामः , सोमनाथ , आलमगीर , सोना और खून , रक्त की प्यास , आत्मदाह , | अमर अभिलाषा , मन्दिर की नर्तकी , नरमेध , अपराजिता |
प्रतापनारायण श्रीवास्तव | विदा ( 1929 ई . ) , विजय ( 1937 ई . ) , विकास , विसर्जन , बेकसी का मजार |
वृन्दावनलाल वर्मा | गढ़ कुण्डार ( 1929 ई . ) , विराटा की पद्मिनी ( 1936 ई . ) , झांसी की रानी ( 1946 ई . ) , मृगनयनी | ( 1950 ई . ) , टूटे कांटे ( 1954 ई . ) , माधव जी सिन्धिया ( 1957 ई . ) , संगम ( 1928 ई . ) , लगन ( 1929 ई . ) , प्रत्यागत ( 1929 ई . ) , कुण्डलीचक्र ( 1932 ई . ) |
सूर्यकान्त त्रिपाठी ' निराला ' | अप्सरा ( 1931 ई . ) , अलका ( 1931 ई . ) , निरुपमा ( 1936 ई . ) , प्रभावती , कुल्ली भाट , काले कारनामे |
जैनेन्द्र कुमार | परख ( 1929 ई . ) , सुनीता ( 1935 ई . ) , त्यागपत्र ( 1937 ई . ) , कल्याणी ( 1939 ई . ) , सुखदा ( 1952 ई . ) , विवर्त ( 1953 ई . ) , व्यतीत ( 1953 ई . ) |
सचिदानन्द हीरानन्द वात्स्यायन ‘अज्ञेय’ | शेखर एक जीवनी ( 1941 ई . ) , नदी के द्वीप ( 1951 ई . ) . अपने - अपने अजनबी |
इलावन्द्र जोशी | संन्यासी ( 1941. ) , परदे की रानी ( 1941t . ) , प्रेत और छाया ( 1945 ई . ) , निर्वासित ( 1946 ई . ) . जिप्सी ( 10524 ) , जहाज का पंछी ( 1955 ) , ऋतु चक्र |
यशपाल | पार्टी कामरेड , दादा कामरेड , देशद्रोही , मनुष्य के रूप , अमिता , दिव्या , झूठा - सच , तेरी मेरी उसकी बात |
भगवतीचरण वर्मा | चित्रलेखा , भूले बिसरे चित्र , टेढ़े मेढ़े रास्ते , सामर्थ्य और सीमा , सबहिं नचावत राम गोसांई |
अमृतलाल नागर | बूंद और समुद्र , सुहाग के नूपुर , सेठ बांकमल , अमृत और विष , मानस का हंस , खंजन नयन , महाकाल , शतरंज के मोहरे | |
रांगेय राघव | कब तक पुकारू , मुर्दो का टीला , चीवर , राह न रुकी , अन्धेरे के जुगुन , घरौंदे , विषाद मठ , हुजूर काका , प्रोफेसर , डॉक्टर , आखिरी आवाज , बन्दूक और बीन , छोटी - सी बात , राई और पर्वत |
हजारी प्रसाद द्विवेदी | बाणभट्ट की आत्मकथा , चारु चन्द्रलेख , पुनर्नवा , अनामदास का पोथा ( अथरैक्व आख्यान ) |
नागार्जुन | वरुण के बेटे , रतिनाथ की चाची , दुखमोचन , बाबा बटेसरनाथ , बलचनमा |
फणीश्वरनाथ ' रेणु ' | मैला आंचल , ( 1954 ई . ) , परती परिकथा , जुलूस , दीर्घतपा , कितने चौराहे , कलंकमुक्ति |
राही मासूम रजा | आधा गांव , टोपी शुक्ला , ओस की बूंद , सीन -75 , हिम्मत जौनपुरी , दिल एक सादा कागज |
शिवप्रसाद सिंह | अलग - अलग वैतरणी , गली आगे मुड़ती है , दिल्ली दूर है , औरत , कुहरे में युद्ध , वैश्वानर , नीला चांद |
विवेकी राय | बबूल |
हिमांशु श्रीवास्तव | रथ के पहिए |
श्रीलाल शुक्ल | राग दरबारी , आदमी का जहर , अज्ञातवास |
रामदरश मिश्र | पानी के प्राचीर , जल टूटता हुआ , सूखता हुआ तालाब , बीस बरस , दूसरा घर , आदिम राम , आकाश की छत |
राजेन्द्र यादव | उखड़े हुए लोग , सारा आकाश , शह और मात , कुलटा , मुखर चिन्तन |
मनू भण्डारी | महाभोज , आपका बन्टी , एक इंच मुस्कान ( राजेन्द्र यादव के साथ ) |
नरेश मेहता | यह पथ बन्धु था , डूबते मस्तूल |
मोहन राकेश | अन्धेरे बन्द कमरे , न आने वाला कल , अन्तराल |
धर्मवीर भारती | गुनाहों का देवता , सूरज का सातवां घोड़ा |
निर्मल वर्मा | वे दिन , लालटीन की छत , एक चिथड़ा सुख |
उषा प्रियंवदा | रुकोगी नहीं राधिका , पचपन खम्भे लाल दीवारें , अन्तर्वशी |
भीष्म साहनी | तमस , बसन्ती , कुन्ती , भाग्यरेखा , कड़ियां , झरोखे , मय्यादास की माड़ी |
मनोहरश्याम जोशी | कुरु कुरु स्वाहा , क्याप , लखनऊ मेरा लखनऊ |
गिरधर गोपाल | चांदनी के खण्डहर , कन्दील और कुहासे |
भैरव प्रसाद गुप्त | सती मैया का चौरा , मशाल , गंगा मैया |
उदयशंकर भट्ट | सागर लहरें और मनुष्य |
सच्चिदानन्द घूमकेतु | माटी की महक |
राजेन्द्र अवस्थी | जंगल के फूल , जाने कितनी आंखें |
सर्वेश्वर दयाल सक्सेना | सोया हुआ जल , पागल कुत्तों का मसीहा , सूने चौखटे |
नरेन्द्र कोहली | दीक्षा , संघर्ष , युद्ध , अवसर , आतंक , साथ सहा गया दुःख , महासमर -1-8 |
प्रभाकर माचवे | परन्तु , क्षमा , सांचा |
देवराज | पथ की खोज , अजय की डायरी , मैं वे और आप , रोड़े और पत्थर , बाहर भीतर |
अमृतराय | बीज , नागफनी का देश , हाथी के दांत , सुख - दुःख |
कमलेश्वर | सुबह दोपहर शाम , काली आंधी , तीसरा आदमी , अगामी अतीत , समुद्र में खोया हुआ आदमी |
यादवेन्द्र शर्मा | पथहीन , दिया जला , दिया बुझा , गुनाहों की , मैं रानी सुप्यार दे , मरु केसरी |
शैलेश मटियानी | बोरीवली से बोरी बन्दर |
बदी उज्जमा | एक चूहे की मौत |
कृष्णा सोबती | सूरजमुखी अन्धेरे के , यारों का यार , मित्रो मरजानी , डार से बिछुड़ी , जिन्दगीनामा , ए लड़की |
काशीनाथ सिंह | अपना मोर्चा |
रमेश बक्षी | वैसाखियों वाली इमारत |
गोविन्द मिश्र | हुजूर दरबार , पांच आंगनों वाला घर , लाल पीली जमीन , यह अपना चेहरा , उतरती हुई धूप , तुम्हारी रोशनी में धीरे समिरे |
मृदुला गर्ग | चित कोबरा , उसके हिस्से की धूप , वंशज |
विष्णु प्रभाकर | अर्द्धनारीश्वर , तट के बन्धन , निशिकान्त |
गजानन माधव 'मुक्तिबोध' | विपात्र |
सुरेन्द्र वर्मा | मुझे चांद चाहिए , अंधेरों के परे |
मंजुल भगत | लेडी क्लब , अनारो |
राजकमल चौधरी | मछली मरी हुई , ताश के पत्तों का शहर , नदी बहती थी |
गिरिराज किशोर | यात्राएं , जुगलबन्दी , चिड़ियाघर , प्रस्तावित , असलाह |
मणि मधुकर | सफेद मेमने |
मृणाल पाण्डे | पन्डरपुर पुराण |
विवेकीराय | सोनामाटी |
रवीन्द्र कालिया | खुद सही सलामत |
हरिशंकर परसाई | रानी नागमती की कहानी |
शानी | काला जल |
कृष्णा अग्निहोत्री | टपरेवाले |
प्रभाकर माचवे | तीस चालीस पचास , दर्द के पैबन्द , किसलिए . धूत , अनदेखी , कहां से कहां |
कृष्ण बल्देव वैद | नर-नारी |
नासिरा शर्मा | सात नदियां एक समंदर, शाल्मली, ठाकरे की मंगनी, जिंदा मुहावरे, तुम डाल-डाल हम पात-पात,अक्षय वट |
महीप सिंह | अभी शेष है |
आबिद सुरती | मेरे पापा की शादी |
विनोद कुमार शुक्ल | दीवार में एक खिड़की रहती थी |
वीरेन्द्र जैन | पार , सबसे बड़ा सिपहिया , डूब , शब्द वध |
विश्वम्भरनाथ उपाध्याय | विश्वबाहु परशुराम |
राजकृष्ण मिश्र | काउंसिल हाउस , दारुल शफा , मन्त्रिमण्डल , कुतो मनुष्य |
ज्ञानप्रकाश विवेक | गली नम्बर तेरह |
महेन्द्रनाथ दुबे | मुक्ति |
शशिप्रभा | कर्क रेखा |
मेहरुन्निसा परवेज | समरांगण, अकेला पलाश,कोरजा |
ममता कालिया | बेघर दौड़ |
राज बुद्धिरजा | कन्यादान , कावेरी , रेत का टीला , हर साल की तरह |
शीतांशु भारद्वाज | फिर वही बेखुदी , डॉ . आनन्द , एक और अनेक |
बल्लभ डोभाल | तिब्बत की बेटी |
तरसेम गुजराल | जलता हुआ गुलाब |
भगवान सिंह | शुभ्रा , परमगति , अपने - अपने राम |
महावीर खाल्टा | एक और लड़ाई लड़ |
हरिशंकर परसाई | नागफनी की कहानी , तट की खोज |
उत्साहवर्धन के लिये धन्यवाद!
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